English: Foreword of DG, MPCST Editor’s Introduction Contents Hindi: Foreword of DG, MPCST Editor’s Introduction Contents आमंत्रण समाजनीति समीक्षण केंद्र एवं मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्राद्यौगिकी परिषद् के सम्मिलित प्रयास से मध्यप्रदेश की कृषि मानचित्रावलि का संपादन किया गया है। इस विस्तृत द्विभाषीय मानचित्रावलि का लोकार्पण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माननीय सरकार्यवाह श्री सुरेश भैय्याजी जोशी के करकमलों से होना है। इस अवसर पर भारत के माननीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह हमारे सम्मानित अतिथि होंगे। माननीय श्री मुरलीमनोहरजी जोशी विशेष उद्बोधन प्रस्तुत करेंगे। भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री श्री दिनेश दत्तात्रेय कुलकर्णी भी हमें संबोधित करेंगे। कार्यक्रम बुधवार, जून 1, 2016 सायं 5.00 से 7.00 बजे इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फ़ॉर द आर्ट्स, जनपथ, नयी दिल्ली के सभागार में संपन्न होगा। इस कार्यक्रम में आप सादर आमंत्रित हैं। कृपया 4.30 बजे से चायपान पर हमारा साथ दीजिये। मध्यप्रदेश की कृषि मानचित्रावलि इस मानचित्रावलि में निम्न विषयों का संयोजन किया गया है – मानचित्र भूगोल, जिसमें भू-आकृति, नदियों एवं जलाशयों, मृदा और जलवायु से संबंधित मानचित्र आये हैं। जनसांख्यिकी, इसमें जिलानुसार कुल जनसंख्या, ग्रामीण एवं नागरिक जनसंख्या, अनुसूचित जातियों एवं अनुसूचित जनजातियों की जनसंख्या एवं स्त्री-पुरुष अनुपात आदि के 1901 से अब तक के मानचित्र आये हैं। भू-उपयोग, इसमें जिलानुसार शुद्ध बोये गये क्षेत्र, फसलों के अंतर्गत सकल क्षेत्र, द्विफसलीय क्षेत्र, कृषि-सघनता एवं वनक्षेत्र आदि के 1971-81 एवं 2005-10 के मानचित्रों का समावेश हुआ है। सिंचाई, इसमें जिलानुसार शुद्ध सिंचित क्षेत्र एवं विभिन्न स्रोतों से सिंचित क्षेत्र के मानचित्र आये हैं। पशुधन, इसमें जिलानुसार पशुओं की कुल जनसंख्या, प्रति व्यक्ति पशुधन और विभिन्न पशुओं की जनसंख्या आदि संबंधी 1982 एवं 2007 के मानचित्र आये हैं। 1966 से 2007 के मध्य इन सब आयामों में हुई वृद्धि के स्तंभचित्र भी यहाँ दिये गये हैं। विभिन्न फसलों के अंतर्गत क्षेत्र, इसमें अनाजों, दालों एवं तिलहनों के 1976-81 एवं 2004-09 के जिलानुसार क्षेत्र के मानचित्र आये हैं। विभिन्न अनाजों के अंतर्गत क्षेत्र, इसमें विभिन्न अनाजों के अंतर्गत 1976-81 एवं 2004-09 के जिलानुसार क्षेत्र के मानचित्र आये हैं। विभिन्न दलहनों के अंतर्गत क्षेत्र, इसमें विभिन्न दलहनों के अंतर्गत 1976-81 एवं 2004-09 के जिलानुसार क्षेत्र के मानचित्र आये हैं। विभिन्न तिलहनों के अंतर्गत क्षेत्र, इसमें विभिन्न तिलहनों के अंतर्गत 1976-81 एवं 2004-09 के जिलानुसार क्षेत्र के मानचित्र आये हैं। अन्य फसलों के अंतर्गत क्षेत्र, इसमें कपास, गन्ना, शाक-भाजी, चारा आदि अन्य फसलों के अंतर्गत 1976-81 एवं 2004-09 के जिलानुसार क्षेत्र के मानचित्र आये हैं। प्रतिव्यक्ति उत्पादन, इसमें खाद्यान्न, दलहन, तिलहन आदि की विभिन्न फसलों के जिलानुसार 1976-81 एवं 2004-09 के प्रतिव्यक्ति उत्पादन के मानचित्र आये हैं। कृषिविकास की दीर्घकालीन प्रवृत्तियाँ ऊपर उल्लिखित मानचित्रों के अतिरिक्त इम मानचित्रावलि में कृषि के विभिन्न आयामों में 1964 से 2012 के मध्य हुए परिवर्तनों की राज्यस्तरीय एवं समस्त जिलों की पृथक्-पृथक् प्रवृत्ति-रेखायें भी दी गयी हैं। सांख्यिकी तालिकाएँ इस खण्ड में मानचित्रवलि में दिये गये सब मानचित्रों एवं प्रवृत्तिरेखाओं से संबद्ध समस्त राज्य एवं जिलास्तरीय आंकड़े तालिकाबद्ध किये गये हैं। छायाचित्र यह मानचित्रवलि कृषि के विभिन्न आयामों के प्रदेश के विभिन्न जिलों से लिये गये अनेक छविचित्रों से सज्जित है। इस सब सामग्री के कारण यह मानचित्रावलि मध्यप्रदेश की कृषि के विस्तृत एवं सचित्र कोष सी बन पायी है। इसमें दी गयी प्रदेश एवं जिलास्तरीय दीर्घकालीन प्रवृत्तिरेखाओं में पिछले एक-डेढ दशक में कृषि के सब आयामों में हुए तीव्र एवं अद्भुत विकास का प्रामाणिक एवं सुग्राह्य चित्र भी प्रस्तुत है।Latest CPS Blog Posts
मध्यप्रदेश की कृषि मानचित्रावलि का लोकार्पण समारोह बुधवार, जून 1, 2016, सायं 4.30 से 7.00 बजे, इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स, जनपथ, नयी दिल्ली के श्रोतगृह में
Publications in Focus